Apne Sab Roothe Chahe : Shri Gaurav Krishna Goswami Ji

अपने सब रूठे चाहे हो बदनामी
श्यामसुन्दर की मैंने कर ली गुलामी

अपने सब रूठे चाहे हो बदनामी
श्यामसुन्दर की मैंने कर ली गुलामी

कृष्णमुरारी गिरिधारी कृष्णमुरारी गिरिधारी
नटवर नागर गिरिधारी नटवर नागर गिरिधारी

रोज सुनू मैं सत्संग जा कर
रोज सुनू मैं सत्संग जा कर
तुझे रिझाऊ तेरा नाम गा कर
तुझे रिझाऊ तेरा नाम गा कर
कोई कुछ बोले मैंने भर ली हामी
कोई कुछ बोले मैंने भर ली हामी
श्यामसुन्दर की मैंने कर ली गुलामी
अपने सब...................................

तेरे दर पर शीश झुका कर
तेरे दर पर शीश झुका कर
सब कुछ पाया मैंने तुमको पा कर
सब कुछ पाया मैंने तुमको पा कर

दीदार के काबिल कहा अपनी नजर है
ये तो उनकी इनायत है कि रुख उनका इधर है

मुझ जैसे खोटे को तुमने कर दिया नामी
मुझ जैसे खोटे को तुमने कर दिया नामी
श्यामसुन्दर की मैंने कर ली गुलामी
अपने सब..................................

पाप-पुण्य मैं कुछ ना जानू
भला बुरा क्या मैं ना पहचानूं
पाप-पुण्य मैं कुछ ना जानूँ
भला बुरा क्या मैं ना पहचानूँ
उन्हें क्षमा करना मुझ में हो जो खामी
उन्हें क्षमा करना मुझे में हो जो खामी
श्यामसुन्दर की मैंने कर ली गुलामी
अपने सब..................................